दूसरों से पहले, तुम खुद, स्वयं का सम्मान करो। दूसरों से पहले, तुम खुद, स्वयं का सम्मान करो।
पूजा करने की हिम्मत जुटा पाओगे तुम नवरात्री उस दिन मनाना मेरी कृपा उस दिन पाओगे तुम।प पूजा करने की हिम्मत जुटा पाओगे तुम नवरात्री उस दिन मनाना मेरी कृपा उस दिन पा...
पंक्तियों की प्रेरणा बेच दी जब जाती है, वह रमणी कोठे पर रात भर वीर्य से नहाती है। पंक्तियों की प्रेरणा बेच दी जब जाती है, वह रमणी कोठे पर रात भर वीर्य से नहात...
मेरा वो रुप ,जो मैंने देखा है अनजान है सबसे। मेरा वो रुप ,जो मैंने देखा है अनजान है सबसे।
इतने सम्मान से मत देखो उसे! इतने सम्मान से मत देखो उसे!
और प्रत्येक स्त्री को उसका उचित सम्मान मिले इस तरफ़ भी प्रयासरत रहें। और प्रत्येक स्त्री को उसका उचित सम्मान मिले इस तरफ़ भी प्रयासरत रहें।